
कडुआ ही सही पर सच बात
इंसान को अपने जीवन मे लोगो को खुश करने के लिये चापलूसी करने के लिये बात करते हुये तो बहुत देखा होगा परन्तु कडुआ ही सही पर सच बात का क्या फायदा होता है ये भी जानिये ।



मै अपने वेबसाइट मे आये सभी दोस्तो का हार्दिक स्वागत करता हूं और मै यह समझता हूं कि आपके भी आसपास या जानने वालो मे से कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो लोगो को खुश करने के लिये चापलूसी करता है । मेरे इस आर्टिकल को पढने वाले कई ऐसे मेरे मित्र होंगे जिनको चापलूसी शब्द का मलतब मालूम नही होगा । तो दोस्तो मै यहां पर अपने ऐसे दोस्तो को चापलूसी शब्द का मतलब बताना चाहता हूं कि चापलूसी का मलतब होता है कि जिस किसी के द्वारा किसी विशेष व्यक्ति को अपने बातो को मनवाने के लिये या फिर अपना काम बनाने के लिये उसके ही बातो मे हां मे हां मिलाता है चाहे वह बात अच्छा हो या बुरा इससे उस व्यक्ति को कोई फर्क नही पडता, अपने फायदे के लिये उसकी बातो का समर्थन करना उसकी, झूठी तारीफ करना ऐसे कार्य को चापलूसी कहा जाता है । इस आर्टिकल को पढने वालो मे से कई ऐसे बुद्धिमान होंगे जो चापलूसी का और कई अर्थ जानते होंगे मुझे जो जानकारी है वही मै आप लोगो को यहां पर बताया हूं ।
आज वर्तमान समय मे मै खुद अपने जीवन मे यह देखते आ रहा हूं कि जो लोग किसी की झूठी तारीफ करता है तो वह उसके लिये अच्छा इंसान बन जाता है और जो उसके बारे मे कडुवी परन्तु सच और सीधी बात करता है वह व्यक्ति उस इंसान के लिये बुरा कहलाता है । आज लोग अपना चेहरा आईने मे देखता है उसे खराब नजर आता है तो आईने पर दोष लगाकर उसे बाहर निकाल दिया जाता है ।
दोस्तो सच हमेशा कडुआ ही होता है जिसे सुन पाना सबके बस की बात नही होती और जो व्यक्ति अपने बारे मे बुराई सुन सकता है वह अपने जीवन मे कभी गलत दिशा मे नही जा सकता । परन्तु जो सच्चाई को नही सुन सकता वह अपने जीवन को सही दिशा नही दे पाता ।
आज कल लोग सच बात सुनना पसंद नही करते बोलते भले ही है कि मुझे सच बात बताना पर सच बात सुनने की हिम्मत नही होती । मेरे वेबसाइट मे आये कई ऐसे अनुभवी लोग होंगे जिन्होने अपने जीवन मे कडुआ ही सही पर सच बात के महत्व को जानता होगा । मै तो यह कहता हूं कि लोगो को अपने जीवन मे सही बातो का सामना करने की आदत डालना चाहिए इससे फायदा यह होगा कि हम कभी गलतफहमी के शिकार नही होगे, अपने और परायो का बखुबी पता लगा पायेंगे ।
अब आपके मन मे यह विचार जरूर आयेगा कि हम चापलूस लोगो को कैसे पहचानेंगे तो दोस्तो यहां पर मै कुछ संकेत बता रहा हूं जिससे आप लोगो को पता चल जायेगा कि ये व्यक्ति चापलूस है ।"चापलूस" एक ऐसा शब्द है जो व्यक्ति की चापलूसी या खुशामदी की भावना को व्यक्त करता है। चापलूस लोग अक्सर दूसरों की प्रशंसा करने के लिए अत्यधिक यत्नशील होते हैं, चाहे ऐसा हो या न हो। इसे पहचानने के लिए आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकते हैं:
1. बिना वजह की प्रशंसा: चापलूस लोग अक्सर अधिकतम समय इस बात पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि वे दूसरों की कैसे प्रशंसा कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति बिना वजह या अत्यंत प्रशंसा के रूप में बातचीत करता है, तो वह चापलूस हो सकता है।
2. स्वार्थपरता: चापलूस लोग अक्सर अपने हित को सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं और वे दूसरों की प्रशंसा का उपयोग अपने स्वार्थ के लिए करते हैं।
3. विचारशीलता की कमी: चापलूस लोग अक्सर अपने विचारों और निर्णयों की कमी के कारण बीमार रहते हैं और अपने विचारों की जगह दूसरों के विचारों को अपनाते हैं।
4. स्वाभाविकता की कमी: चापलूस लोग अक्सर अपने स्वाभाविक रूप से असली नहीं होते हैं और दूसरों की आग्रह अनुसार व्यवहार करते हैं।
5. बौद्धिक स्तर की कमी: चापलूसी अक्सर बौद्धिक स्तर पर कमजोरी का परिचायक हो सकती है, जिससे व्यक्ति अपने विचारों को सुस्त रूप से व्यक्त करने में असमर्थ होता है।
दोस्तो आज वर्तमान समय मे व्यक्ति किसी न किसी बात को लेकर परेशान रहता है और इसी परेशानी के समय कई चापलूस अपनी फायदा के लिये आपके दिमाग मे अपनी चापलूसिता का जादू चला देता है और व्यक्ति उसी के बातो को सही समझ लेता है ऐसे मे यदि आपके पास आपके परिवार मे, रिस्तेदार मे या फिर कोई दोस्त हो जो कडुआ पर सच बात बोलता हो उसके सामने अपनी बात को रखनी चाहिए भले ही आपको उसकी बात कडुवी लगे परन्तु उसकी बात सच होगी और आपके फायदे के लिये भी होगी ।
किसी ने सच ही कहा है
लोग कहते है कड़वी जुबान है तुम्हारी.......
क्या करूं यही पहचान है हमारी......
शहद बोलकर मुझे जहर घोलना नही आता ......
शायद इसलिये मेरा किरदार हर किसी को नही भाता.......