मन की चाह और मदद की राह ।
इंसान अपने मन की चाह और मदद की राह को अपनाकर चलने से क्या क्या हो सकता है । हर इंसान का मन चाहता है कि अपनी अपनी इच्छाओ को पूरा करें और इसमे कोई बुराई भी नही होता है परन्तु सबका यह कर्तव्य भी होता है कि यदि वह किसी की किसी भी तरह से मदद करने मे सक्षम है तो उसकी मदद करना चाहिए ।


आज हर इंसान का मन चाहता है कि वह अपने और अपने परिवार के लिये अधिक से अधिक धन कमाये और अपने परिवार को सुख सुविधा देवें । पर यह तो हर इंसान की चाहत होती है ।
इस दुनिया मे कुछ ऐसे लोग भी है जिनका मन चाहता है कि वह भगवान के बनाये इंसानो के साथ साथ सभी जीव जन्तुओ की मदद करें उनकी तकलीफो के बारे मे जाने और उसको दूर करने का प्रयास करें ।
आज कल सोशल मीडिया पर अनेको प्लेट फार्म है जहां पर लोग अपना अपना वीडियो पोस्ट करते है और पूरी दुनिया को यह दिखाता है कि उसने क्या काम किया । आज इंसान का मन यह चाहता है कि कोई गरीब आदमी रोड किनारे भूखा बैठा हो तो उसे खाना देता है और उसका वीडियो भी बनाता है और उस वीडियो को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करता है जिस वीडियो को देखकर कई लोग बोलते है कि यह आदमी इस भूखे को खाना दे रहा है या अपना वीडियो बना रहा है । मै कहता हूं इसमे बुराई क्या है उस इंसान ने एक भूखे इंसान की मदद की है और उस इंसान का मन चाहता है कि मै अपने जीवन की इस महत्वपूर्ण कार्य को अपने कैमरे मे कैद करू और पूरी दुनिया को बताऊं कि आप लोग भी मदद करें । मेरा मन कहता है कि उसके वीडियो देखने वाले को गर्व करना चाहिए कि देखो इस इंसान ने एक दूसरे इंसान की कैसे मदद कर रहा है ।
वैसे आज पूरी दुनिया मे हर इंसान का मन यह चाहता है कि वह मुसीबत मे घिरे लोगो का जितना हो सके मदद करें । परन्तु कहते है न जिनके पास जैसी शक्ति होती है वह लोगो की वैसी मदद कर सकता है । एक गरीब आदमी का मन चाहता है कि वह भूखे लोगो को खाना खिलाये, लोगो को कपड़े दे । परन्तु ऐसा नही होता उस गरीब इंसान का मन तो चाह रहा है कि लोगो की मदद करूं परन्तु मदद करने के लिये उसके पास धन नही होता है । इसी प्रकार बीच बाजार मे दस लोगो से एक इंसान को मार खाते देख एक कमजोर इंसान का मन चाहता है कि मै उसे मार खाने से बचाऊं पर ऐसा हो नही सकता क्योकि उसके पास ताकत नही होती है ।
आज इस संसार मे बहुत से ऐसे इंसान है जिनके पास सब कुछ होता है परन्तु उनका मन नही चाहता कि मै मुसिबत मे फसे लोगो की मदद करूं । क्योकि उस इंसान ने अपने जीवन मे हमेशा आगे की ओर देखा है कभी पीछे मुड़कर नही देखा है इसलिये उसका मन हमेशा यही चाहता है कि मुझे अपने धन दौलत बढाते रहना है । अब यहां पर एक सोचने वाली बात यह है कि ईश्वर ने आपको इतना धन क्यो दिया है इसलिये कि ईश्वर औरो की अपेक्षा आपको ज्यादा पसंद करते है ऐसा नही है ईश्वर ने यह धन आपको अपने परिवार के साथ साथ मुसिबत मे फसे लोगो की मदद करने के लिये दिया है परन्तु आपके द्वारा ऐसा नही किया जाता । हमने कई ऐसी घटनाएं सूनी है जिसमे इंसान के पास अपार धन सम्पदा रहता है और अन्त मे उसकी मदद करने वाला कोई नही होता है ।
हर इंसान का मन चाहता है कि अपनी अपनी इच्छाओ को पूरा करें और इसमे कोई बुराई भी नही होता है परन्तु सबका यह कर्तव्य भी होता है कि यदि वह किसी की किसी भी तरह से मदद करने मे सक्षम है तो उसकी मदद करना चाहिए । यदि आप मोटर गाड़ी मे चल रहे है तो क्या आप एक नंगे पैर चल रहे इंसान को जूता नही दे सकते । यदि आप बड़ी बड़ी होटलो और रेस्टोरेन्ट मे जाकर खाना खा रहे है तो क्या एक भूखे को दाल चावल नही खिला सकते । यदि आप मंहगी शराब पी सकते है तो क्या एक प्यासे को एक पानी का बाटल नही दे सकते । ये सब कर सकते है परन्तु कुछ लोगो का मन यह कभी नही चाहता कि वह अपने पैसे दूसरो पर खर्च करें ।
आज हर इंसान अपनी अपनी चाहतो को लेकर जी रहा है किसी की चाहत पूरा हो जाता है किसी की अधूरे रह जाते है इसका कारण है एक इंसान दूसरे इंसान की मदद नही करना चाहता यदि हर इंसान एक दूसरे का मदद करने की मन मे ठान ले तो प्राय: बहुत से लोगी की चाहत पूरी हो सकती है । अब मेरे इस आर्टिकल को पढ़ने वाले मेरे कई ऐसे मित्र होंगे जो बोलेंगे कि हम कैसे किसी की चाहत पूरी कर सकते है तो मै अपने दोस्तो को यह बताना चाहता हूं कि हर इंसान की चाह उसकी हैसियत के हिसाब से होती है । उदाहरण के लिये यदि कोई व्यक्ति पढ़ा लिखा है तो उसकी चाहत एक नौकरी की होगी । इस दुनिया मे कितनों बड़ी बड़ी कम्पनिया है तो क्या वह कम्पनिया उसे एक नौकरी देकर उसकी चाहत पूरा नही कर सकता । ऐसे कई उदाहरण है जिनको बताना जरूरी नही है । मेरे आर्टिकल का यही मतलब है कि हर इंसान एक दूसरे का मदद करे और उसे आगे बढ़ने मे सहायता करें ।
अन्त मे एक बात और कहता हूं इंसान अपने पूरा जीवन केवल धन कमाने मे लगा देता है पर क्या वह धन इंसान के मरने पर उसके साथ जाता है नही ,तो फिर क्यूं लोग धन के पीछे इतना भागते है धन उतना ही सही होता है जितना की आवश्यकता होती है अधिक होने पर उसे दूसरो की मदद मे ,लोगो की भलाई मे लगाना चाहिए जिससे लोग तुम्हे मरने के बाद भी याद करते रहें ।